दृष्टिबाधित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आत्मनिर्भरता कौशल प्रदान करना।
हमारे बारे में
2017 में श्री जसवंत आदिले द्वारा स्थापित और अध्यक्ष श्रीमति बिंदेश्वरी आदिले तथा संरक्षक श्री जसबीर सिंह चावला के नेतृत्व में संचालित, हमारा विद्यालय आर्थिक रूप से पिछड़े परिवेश के दृष्टिबाधित छात्रों के लिए एक पोषक, पूर्ण आवासीय और नि:शुल्क शैक्षिक वातावरण प्रदान करता है।
हमारी यात्रा सक्ती में एक छोटे से किराये के स्थान से शुरू हुई थी। हमारे संस्थापक श्री जसवंत आदिले, जो स्वयं दृष्टिबाधित हैं, ने शिक्षा को सभी तक पहुँचाने का सपना देखा। स्थानीय सहयोग और सरकारी सहायता से अब हम एक दो-मंजिला सामुदायिक भवन से संचालित हो रहे हैं।
आज हमारे विद्यालय में 50 विद्यार्थी (35 लड़के और 15 लड़कियाँ) अध्ययनरत हैं। यह संस्थान कक्षा 1 से 10 (C.G Board) तक मान्यता प्राप्त है। उच्चतर शिक्षा (11वीं–12वीं) के लिए हम छात्रों को सहयोगी संस्थानों में दाखिला दिलाते हैं। विद्यार्थी नज़दीकी गाँवों और पड़ोसी राज्यों से आते हैं।
हमारा दृष्टिकोण
हम मानते हैं कि प्रत्येक दृष्टिबाधित बच्चे को सम्मानजनक और आत्मनिर्भर जीवन का अधिकार है। हमारा उद्देश्य उन्हें औपचारिक शिक्षा, व्यावहारिक कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि वे आत्मविश्वास से जीवन जी सकें।
हमारा प्रभाव
स्थापना के बाद से अब तक कई विद्यार्थियों ने 10वीं उत्तीर्ण की है और कई उच्च शिक्षा एवं विश्वविद्यालयों तक पहुँचे हैं, जिनमें दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे संस्थान भी शामिल हैं। हमारे पूर्व विद्यार्थियों की सफलता हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
क्यों चुनें हमें
समावेशी एवं नि:शुल्क शिक्षा: पूरी तरह नि:शुल्क आवासीय विद्यालय जो दृष्टिबाधित एवं वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता है।
अनुभव का नेतृत्व: हमारे कई नेतृत्वकर्ता स्वयं दृष्टिबाधित हैं और अपने अनुभव से बच्चों का मार्गदर्शन करते हैं।
मान्यता एवं सहयोग: कक्षा 1-10 (C.G Board) तक मान्यता प्राप्त और उच्च शिक्षा व व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए सहयोग।
सिद्ध परिणाम: हमारे विद्यार्थी उच्च शिक्षा और बेहतर जीवन की ओर अग्रसर हुए हैं।
हमारे साथ जुड़ें
दृष्टिबाधित बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के हमारे लक्ष्य में सहयोग दें। आपका दान या स्वयंसेवा हमारे प्रभाव को कई गुना बढ़ा सकती है।